भारतीय सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा सफलतापूर्वक आयोजित हो चुकी है। अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए कमर कस रहे होंगे। प्रारंभिक परीक्षा का मुख्य उद्देश्य योग्य अभ्यर्थियों को शाॅर्टलिस्ट करने से ज्यादा अगंभीर अभ्यर्थियों को छांटना होता है इसीलिए प्रारंभिक परीक्षा की प्रकृति नकारात्मक होती है। ठीक इसके विपरीत मुख्य परीक्षा में गंभीर अभ्यर्थियों के बीच प्रतियोगिता होती है, इसलिए इसकी प्रकृति सकारात्मक होती है।
मुख्य परीक्षा में प्रश्न पूछने का तरीका प्रारंभिक परीक्षा से एकदम अलग होता है इसलिए इसकी तैयारी का तरीका भी प्रारंभिक परीक्षा से एकदम अलग होगा। इस फर्क को समझने वाले प्रतियोगी ही बेहतर प्रदर्शन के लिए खुद को तैयार कर पाएंगे। पढ़ने के साथ-साथ विषय के साथ एक समझ विकसित करना इस परीक्षा में सफल होने के लिए अनिवार्य है।
न्यू अप्रोच, वाइड कैनवास : प्री परीक्षा ज्यादातर तथ्य आधारित प्रश्न पर आधारित होती है इसलिए अभी तक आप तथ्यों को रटने पर ज्यादा जोर दे रहे थे, लेकिन अब विषय की समझ और उस पर आपकी विचार प्रक्रिया ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है। किसी भी टाॅपिक को तैयार करने के लिए उसे सब टाॅपिक्स में बांट दीजिए।
हरेक सब टाॅपिक को लिखने के लिए दो मुख्य भाग-इंट्रो और बाॅडी में बांट दीजिए। टाॅपिक के इंट्रो में मोटी बात को शामिल कीजिए और उसे बीस से लेकर पचास शब्दों में सीमित करने की कोशिश कीजिए। बाॅडी में उसको विस्तार दीजिए और उसमें अपनी बात को सकारात्मक तरीके से स्थापित करने की कोशिश कीजिए। अपनी अप्रोच को व्यापक बनाने की कोशिश कीजिए। किसी भी मुद्दे को उसकी समग्रता और वैश्विक तथा देशकाल के साथ जोड़ कर देखने की अपनी क्षमता को बेहतर बनाकर ही इसमें सफलता प्राप्त की जा सकती है।
नोट इट डाउन : किसी और के बनाए नोट्स आपकी उस तरह से मदद नहीं कर सकते जितनी मदद खुद आप द्वारा बनाए गए नोट्स कर सकते हैं। सबसे पहले, पहले से तैयार नोट्स को हासिल करने की कोशिश बंद कीजिए और बचे हुए समय को अपने हाथों से बने नोट्स के हवाले कर दें। नोट्स बनाते वक्त एक से ज्यादा किताब का उपयोग करना बेहतर होगा।
किसी भी टाॅपिक को तैयार करने से पहले खुद से उस टाॅपिक के सम्बन्ध में ज्यादा से ज्यादा सवाल पूछें और उन्हें नोट कर लें। अब उनके जवाब तलाशते हुए उनके उत्तर देने की कोशिश कीजिए। जहां तक हो सके आंकड़ों के स्रोत भी लिखें ताकि उनकी विश्वसनीयता को आप अपनी आंसर शीट पर प्रमाणित कर सकें।
इन चीजों पर भी दें ध्यान : अंतरराष्ट्रीय विषयों को तैयार करते वक्त इस तथ्य का खास ध्यान रखें। एनवायरनमेंट और इकोलाॅजी के प्रश्नों के उत्तर देते वक्त उसके वैश्विक प्रभाव को भारत के संदर्भ में समझाने की कोशिश करें। इसी तरह समसामयिक विषयों के सभी पहलुओं पर बिन्दुवार विवरण जुटाने की कोशिश करना बेहतर होगा।
नोट्स बनाते वक्त इस बात का खास ध्यान रखें कि मुख्य बातों को बिन्दुवार लिखें कि निबंधात्मक तरीके से। एक मुख्य बात तैयारी शुरू करने से पहले सिलेबस को तीन चार बार पढ़ लें। यह प्रक्रिया आपको विषय में सम्मिलित बिन्दुओं के प्रति सचेत कर देगा और आप उनकी बेहतर तैयारी कर पाएंगे।